कक्षा 6 हिंदी मल्हार रहीम के दोहे प्रश्न और उत्तर-इस लेख में हम कक्षा 6 हिंदी मल्हार रहीम के दोहे प्रश्न और उत्तर साझा करेंगे। यदि आप कक्षा 6 हिंदी मल्हार पुस्तक अध्याय 5 रहीम के दोहे का समाधान खोज रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं। hindihe कक्षा 6 की हिंदी पुस्तक मल्हार के लिए सर्वोत्तम समाधान प्रदान करता है।
कक्षा 6 हिंदी मल्हार रहीम के दोहे प्रश्न और उत्तर
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इन दोहों के माध्यम से रहीम ने हमें जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में सिखाया है, जैसे प्रेम, सम्मान, संकट और संबंधों का महत्व। “रहीम के दोहे” में रहीम ने जीवन की कई महत्वपूर्ण बातों को संक्षेप में व्यक्त किया है। आइए, हम इन दोहों को लाइन दर लाइन समझते हैं।
1. “रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि।“
व्याख्या: रहीम कह रहे हैं कि हमें बड़े लोगों का सम्मान करना चाहिए। छोटी बातें करने से बचना चाहिए, क्योंकि सभी को आदर का अधिकार है।
2. “जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तलवारि॥“
व्याख्या: इस पंक्ति में कहा गया है कि जब किसी छोटे काम के लिए सुई का प्रयोग किया जा सकता है, तो तलवार का उपयोग क्यों करना? इसका मतलब है कि हमें उचित साधनों का प्रयोग करना चाहिए।
3. “तरुवर फल नहिं खात हैं सरवर पियहिं न पान।“
व्याख्या: यहाँ रहीम बता रहे हैं कि वृक्ष फल नहीं खाते और जलाशय खुद पानी नहीं पीते। यह हमारे लिए यह सिखाता है कि हमें अपने लिए नहीं, दूसरों के लिए जीना चाहिए।
4. “कहि रहीम पर काज हित, संपति सँचहि सुजान ॥“
व्याख्या: रहीम कहते हैं कि जो लोग दूसरों के हित के लिए काम करते हैं, वही वास्तव में समझदार होते हैं। वे धन का संचय अपने लिए नहीं, समाज के लिए करते हैं।
5. “रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ों छिटकाय।“
व्याख्या: यहाँ रहीम प्रेम के संबंधों को धागे के समान बताते हैं। अगर इसे तोड़ा जाए तो वह फिर से जुड़ नहीं सकता। प्रेम को सहेजकर रखना चाहिए।
6. “टूंटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।“
व्याख्या: धागा टूटने पर वह वापस नहीं जुड़ता। यदि टूट गया तो गाँठ के रूप में ही मिलता है। इसलिए प्रेम को सहेजकर रखना आवश्यक है।
7. “रहिमन पानी राखिये, बिनु पानी सब सून।“
व्याख्या: पानी के बिना सब कुछ सुनसान हो जाता है। पानी का महत्व इस बात में है कि जीवन के लिए यह आवश्यक है, जैसे प्रेम और संबंधों के लिए भी।
8. “पानी गए न ऊबौरै, मोती, मानुष, चून।“
व्याख्या: जब पानी चला जाता है, तो मोती, इंसान और मिट्टी सभी के लिए समस्या हो जाती है। पानी का महत्व सभी के लिए है।
9. “रहिमन बिपदाहू भली, जो थोरे दिन होय।“
व्याख्या: रहीम कहते हैं कि संकट भी तब अच्छा होता है जब वह थोड़े समय के लिए हो। हमें समझना चाहिए कि समस्याएं अस्थायी होती हैं।
10. “हित अनहित या जगत में, जानि परत सब कोय।“
व्याख्या: इस पंक्ति में बताया गया है कि इस संसार में सभी व्यक्ति हित और अनहित को समझते हैं। सबको अपने कार्यों के परिणाम का ज्ञान होता है।
11. “रहिमन जिह्ना बावरी, कहि गइ सरग पताल।“
व्याख्या: यहाँ रहीम कहते हैं कि एक व्यक्ति के मुंह से जो बात निकलती है, वह उसकी स्थिति के अनुसार होती है। लोग अपनी सोच के अनुसार बातें करते हैं।
12. “आपु तो कहि भीतर रही, जूती खात कपाल।“
व्याख्या: रहीम यह बता रहे हैं कि व्यक्ति की असली पहचान उसके भीतर होती है, न कि उसकी बाहरी दिखावट। असली मूल्य उसके आचार-व्यवहार में होता है।
13. “कहि रहीम संपति सगे, बनत बहुत बहु रीत।“
व्याख्या: रहीम कहते हैं कि धन और संपत्ति के साथ बहुत सी बातें जुड़ी होती हैं। लेकिन हमें सही रीति से जीना चाहिए।
14. “बिपति कसौटी जे कसे, ते ही साँचे मीत ॥“
व्याख्या: यहाँ रहीम कह रहे हैं कि विपत्ति का सामना करने वाले ही सच्चे मित्र होते हैं। संकट के समय में ही व्यक्ति की असली पहचान होती है।
MCQs on “रहीम के दोहे”Class 6 Hindi Malhar
- रहीम के अनुसार, छोटे काम के लिए हमें क्या उपयोग करना चाहिए? a) तलवार
b) चाकू
c) सुई
d) ढाई - रहीम का यह संदेश है कि पेड़ फल नहीं खाते। इसका अर्थ क्या है? a) हमें पेड़ नहीं लगाना चाहिए।
b) हमें दूसरों के लिए जीना चाहिए।
c) पेड़ का कोई मूल्य नहीं है।
d) फल खाना चाहिए। - “रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ों छिटकाय” का क्या अर्थ है? a) प्रेम को तोड़ देना चाहिए।
b) प्रेम को सहेज कर रखना चाहिए।
c) प्रेम की कोई महत्ता नहीं है।
d) प्रेम केवल शब्दों में होता है। - “रहिमन पानी राखिये, बिनु पानी सब सून” से क्या सीख मिलती है? a) पानी का महत्व।
b) पानी का अनावश्यकता।
c) पानी की कमी।
d) पानी को बेकार करना। - किस पंक्ति में रहीम ने संकट के बारे में कहा है? a) “हित अनहित या जगत में, जानि परत सब कोय।”
b) “रहिमन बिपदाहू भली, जो थोरे दिन होय।”
c) “रहिमन जिह्ना बावरी, कहि गइ सरग पताल।”
d) “कहि रहीम संपति सगे, बनत बहुत बहु रीत।”
उत्तर कुंजी:
- c) सुई
- b) हमें दूसरों के लिए जीना चाहिए।
- b) प्रेम को सहेज कर रखना चाहिए।
- a) पानी का महत्व।
- b) “रहिमन बिपदाहू भली, जो थोरे दिन होय।”
Additional MCQs on “रहीम के दोहे“
- रहीम के अनुसार, बुराई करने से हमें क्या करना चाहिए? a) बुरा मानना चाहिए
b) बुरा नहीं मानना चाहिए
c) तिरस्कार करना चाहिए
d) नज़रअंदाज़ करना चाहिए - “टूंटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय” का क्या अर्थ है? a) संबंधों में दूरी बढ़ती है।
b) टूटे हुए संबंधों को पुनः जोड़ना कठिन है।
c) संबंधों को तोड़ना सरल है।
d) गाँठ की महत्ता नहीं है। - “बिपति कसौटी जे कसे, ते ही साँचे मीत” का क्या संदेश है? a) विपत्ति में मित्रों की पहचान होती है।
b) विपत्ति से डरना चाहिए।
c) सभी मित्र एक जैसे होते हैं।
d) विपत्ति से बचना चाहिए। - रहीम का यह कथन “पानी गए न ऊबौरै, मोती, मानुष, चून” किसके महत्व को दर्शाता है? a) मोती का
b) इंसान का
c) पानी का
d) चून का - रहीम के अनुसार, ज्ञान का क्या महत्व है? a) ज्ञान से कोई लाभ नहीं है।
b) ज्ञान जीवन में सफलता दिलाता है।
c) ज्ञान केवल किताबों में होता है।
d) ज्ञान से रिश्ते बिगड़ते हैं।
उत्तर कुंजी:
- b) बुरा नहीं मानना चाहिए
- b) टूटे हुए संबंधों को पुनः जोड़ना कठिन है।
- a) विपत्ति में मित्रों की पहचान होती है।
- c) पानी का
- b) ज्ञान जीवन में सफलता दिलाता है।
यहां “रहीम के दोहे” पर आधारित संक्षिप्त विषयात्मक प्रश्न और उत्तर दिए गए हैं:
Subjective Type Questions and Answers (Short)“रहीम के दोहे”
प्रश्न: “रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि” का अर्थ क्या है?
उत्तर: बड़े लोगों का सम्मान करना चाहिए और छोटी बातें नहीं करनी चाहिए। यह समाज में आदर बढ़ाता है।
प्रश्न: “रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ों छिटकाय” का संदेश क्या है?
उत्तर: प्रेम को सहेजकर रखना चाहिए। यदि यह टूट जाए, तो पुनः जुड़ना कठिन होता है।
प्रश्न: “रहिमन पानी राखिये, बिनु पानी सब सून” का महत्व क्या है?
उत्तर: पानी के बिना जीवन सुना होता है। यह संबंधों और प्रेम की आवश्यकता को दर्शाता है।
प्रश्न: “रहिमन बिपदाहू भली, जो थोरे दिन होय” का संदेश क्या है?
उत्तर: संकट व्यक्ति को मजबूत बनाता है और अस्थायी विपत्ति से सीखने का अवसर मिलता है।
प्रश्न: “कहि रहीम संपति सगे, बनत बहुत बहु रीत” का अर्थ क्या है?
उत्तर: धन का सही उपयोग करना चाहिए। गलत उपयोग से समाज में बुराई और अविश्वास होता है।
प्रश्न: “जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तलवारि” का क्या अर्थ है?
उत्तर: इस पंक्ति का अर्थ है कि किसी छोटे काम के लिए उपयुक्त साधन का उपयोग करना चाहिए। हमें आवश्यकता के अनुसार ही साधनों का चयन करना चाहिए।
प्रश्न: “तरुवर फल नहिं खात हैं सरवर पियहिं न पान” का संदेश क्या है?
उत्तर: यह बताता है कि वृक्ष फल नहीं खाते और जलाशय खुद पानी नहीं पीते। हमें दूसरों के लिए जीना चाहिए।
प्रश्न: “टूंटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय” का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि टूटे हुए संबंधों को वापस जोड़ना कठिन होता है। इसलिए, संबंधों को सहेजकर रखना चाहिए।
प्रश्न: “बिपति कसौटी जे कसे, ते ही साँचे मीत” का क्या संदेश है?
उत्तर: यह बताता है कि संकट में सच्चे मित्र की पहचान होती है। विपत्ति के समय ही व्यक्ति की असली पहचान होती है।
प्रश्न: “रहिमन जिह्ना बावरी, कहि गइ सरग पताल” का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि किसी व्यक्ति की बातें उसकी वास्तविकता को दर्शाती हैं। लोगों की बातें उनके विचारों और स्वभाव को प्रकट करती हैं।