Bhagwan ke Dakiye Class 8 NCERT Hindi Solutions-कक्षा 8 की हिंदी पुस्तक ‘बसंत’ का पाठ भगवान के डाकिए बेहद संवेदनशील और भावनात्मक रूप से समृद्ध है। इस पाठ के माध्यम से लेखक ने एक गहरी मानवीय भावना को उजागर किया है, जहाँ एक डाकिए को भगवान का संदेशवाहक माना गया है। वह व्यक्ति जो गाँवों, कस्बों में चिट्ठियों के माध्यम से खुशियाँ और दुःख पहुँचाता है, असल में लोगों की भावनाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाता है।
Bhagwan ke Dakiye Class 8 NCERT Hindi Solutions
queryexpress में हम न सिर्फ पाठ के मुख्य बिंदुओं को समझेंगे, बल्कि पाठ्यपुस्तक के सवालों के साथ कुछ अतिरिक्त प्रश्न और बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) पर भी विचार करेंगे ताकि छात्रों की समझ और गहरी हो सके।
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भगवान के डाकिए कक्षा 8 एनसीईआरटी हिंदी सारांश
पक्षी और बादल,
ये भगवान के डाकिए हैं,
जो एक महादेश से
डूसरे महादेश को जाते हैं।
हम तो समझ नहीं पाते हैं
मगर उनकी लाई चिट्ठियाँ
पेड़, पौधे, पानी और पहाड़
बाँचते हैं।
हम तो केवल यह आँकते हैं
कि एक देश की धरती
‘डूसरे देश को सुगंध भेजती है।
और वह सौरभ हवा में तैरते हुए
पक्षियों को पाँखों पर तिरता है।
और एक देश का भाष
डूसरे देश में पानी
बनकर गिरता है।
-रामघारी सिंह दिनकर”
भगवान के डाकिए कविता की व्याख्या
पहली पंक्ति: “पक्षी और बादल,
ये भगवान के डाकिए हैं,”
यहाँ कवि पक्षियों और बादलों को भगवान के डाकियों के रूप में प्रस्तुत करता है। इसका अर्थ है कि ये दोनों प्राकृतिक तत्व संदेशवाहक हैं, जो एक महादेश से दूसरे महादेश तक संदेश या सामग्री लेकर जाते हैं।
दूसरी पंक्ति: “जो एक महादेश से
डूसरे महादेश को जाते हैं।”
कवि बताता है कि ये पक्षी और बादल विभिन्न महाद्वीपों के बीच यात्रा करते हैं, जो यह दर्शाता है कि प्राकृतिक कनेक्शन और संचार निरंतर चलता रहता है।
तीसरी पंक्ति: “हम तो समझ नहीं पाते हैं
मगर उनकी लाई चिट्ठियाँ
पेड़, पौधे, पानी और पहाड़
बाँचते हैं।”
यहाँ कवि यह कहता है कि इंसान इस प्राकृतिक संदेश को नहीं समझ पाता, लेकिन पेड़, पौधे, पानी और पहाड़ इसे समझते हैं। ये सभी प्राकृतिक तत्व उन संदेशों का स्वागत करते हैं जो पक्षियों और बादलों के माध्यम से आते हैं।
चौथी पंक्ति: “हम तो केवल यह आँकते हैं
कि एक देश की धरती
‘डूसरे देश को सुगंध भेजती है।”
इस पंक्ति में कवि बताता है कि हम केवल यह देख पाते हैं कि एक देश की धरती अपने सुगंध के माध्यम से दूसरे देश को अपना संदेश देती है। यह सुगंध एक महत्वपूर्ण संचार माध्यम है।
पाँचवी पंक्ति: “और वह सौरभ हवा में तैरते हुए
पक्षियों को पाँखों पर तिरता है।”
यहाँ कवि सुगंध के पक्षियों तक पहुँचने का वर्णन करता है। यह दर्शाता है कि पक्षियों के माध्यम से प्राकृतिक सौंदर्य और संदेश दूसरे देशों तक पहुँचता है।
अंतिम पंक्ति: “और एक देश का भाष
डूसरे देश में पानी
बनकर गिरता है।”
कवि यह कहता है कि एक देश की भाषा और संस्कृति दूसरे देश में पानी के रूप में गिरती है, जो यह दर्शाता है कि जल एक जीवनदायिनी तत्व है जो संस्कृतियों को आपस में जोड़ता है।
कक्षा 8 बसंत भगवान के डाकिए सारांश
इस कविता में रामघारी सिंह दिनकर पक्षियों और बादलों को भगवान के डाकियों के रूप में प्रस्तुत करते हैं, जो एक महादेश से दूसरे महादेश तक संदेश पहुँचाते हैं। कवि यह बताता है कि हम इस प्राकृतिक संचार को समझ नहीं पाते, लेकिन पेड़, पौधे और अन्य प्राकृतिक तत्व इसे समझते हैं। एक देश की धरती अपने सुगंध के माध्यम से दूसरे देश को संदेश भेजती है, और यह सुगंध पक्षियों के माध्यम से यात्रा करती है। अंततः, यह कविता यह संदेश देती है कि प्रकृति के माध्यम से सांस्कृतिक और प्राकृतिक संवाद हमेशा सक्रिय रहता है।
बसंत कक्षा 8 भगवान के डाकिए MCQs
प्रश्न 1: कविता में “भगवान के डाकिए” से क्या तात्पर्य है?
A) स्वर्गदूत
B) पत्ते और फूल
C) पक्षी
D) संचार माध्यम
उत्तर: C) पक्षी
प्रश्न 2: कविता में चिट्टियाँ किससे संबंधित हैं?
A) लोगों से
B) प्राकृतिक तत्वों से
C) अन्य देशों से
D) संगीत से
उत्तर: B) प्राकृतिक तत्वों से
प्रश्न 3: “एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है” का क्या अर्थ है?
A) धरती खुशबू फैलाती है
B) आपसी संबंधों का प्रतीक
C) खाद्य सामग्री का आदान-प्रदान
D) सब्जियों का निर्यात
उत्तर: B) आपसी संबंधों का प्रतीक
प्रश्न 4: कविता में “सौरभ हवा में तैरते हुए” किसे दर्शाता है?
A) खुशबू
B) पानी
C) पक्षी
D) चिट्ठियाँ
उत्तर: A) खुशबू
प्रश्न 5: “एक देश का भाष दूसरे देश में पानी बनकर गिरता है” का क्या संकेत है?
A) भाषाई संबंध
B) जलवायु परिवर्तन
C) व्यापार का आदान-प्रदान
D) सांस्कृतिक विनिमय
उत्तर: D) सांस्कृतिक विनिमय
प्रश्न 6: कविता में “महादेश” का क्या अर्थ है?
A) एक बड़ा महल
B) एक महाद्वीप
C) एक शहर
D) एक नदी
उत्तर: B) एक महाद्वीप
प्रश्न 7: “चिट्टियाँ” किस चीज़ का प्रतीक हैं?
A) संदेश
B) प्रेम
C) युद्ध
D) शांति
उत्तर: A) संदेश
प्रश्न 8: “पेड़, पौधे, पानी और पहाड़” का क्या महत्व है?
A) पर्यावरण
B) जलवायु
C) राजनीति
D) विज्ञान
उत्तर: A) पर्यावरण
प्रश्न 9: कविता में किस तत्व की चर्चा नहीं की गई है?
A) चिट्टियाँ
B) धूप
C) सुगंध
D) पानी
उत्तर: B) धूप
प्रश्न 10: “पक्षियों की पाँखों पर तिरता है” का क्या तात्पर्य है?
A) पक्षियों की उड़ान
B) खुशबू का फैलाव
C) प्राकृतिक सौंदर्य
D) संदेश का संचार
उत्तर: B) खुशबू का फैलाव
प्रश्न 11: “धरती” का संदर्भ किससे है?
A) आकाश
B) मानवता
C) प्राकृतिक तत्व
D) विज्ञान
उत्तर: C) प्राकृतिक तत्व
प्रश्न 12: कविता में “पानी बनकर गिरता है” का संकेत किस चीज़ से है?
A) संवाद
B) संगीत
C) भाषा
D) प्रेम
उत्तर: C) भाषा
प्रश्न 13: “सुगंध” का अर्थ क्या है?
A) मिठास
B) खुशबू
C) ठंडक
D) हलचल
उत्तर: B) खुशबू
प्रश्न 14: कवि किसकी भलाई के लिए बात कर रहे हैं?
A) जानवरों की
B) मनुष्यों की
C) पेड़-पौधों की
D) प्राकृतिक संसाधनों की
उत्तर: B) मनुष्यों की
प्रश्न 15: “बाँचते हैं” का अर्थ क्या है?
A) पढ़ना
B) समझना
C) सुनना
D) गिनना
उत्तर: B) समझना
प्रश्न 16: “धरती” के संदर्भ में कवि का दृष्टिकोण क्या है?
A) सकारात्मक
B) नकारात्मक
C) उदासीन
D) निराश
उत्तर: A) सकारात्मक
प्रश्न 17: कविता में “भाष” किस रूप में प्रस्तुत किया गया है?
A) जल
B) भूमि
C) हवा
D) आकाश
उत्तर: A) जल
प्रश्न 18: “महादेश से दूसरे महादेश को” का क्या संकेत है?
A) यात्रा
B) व्यापार
C) सांस्कृतिक विनिमय
D) खेल
उत्तर: C) सांस्कृतिक विनिमय
प्रश्न 19: कविता में कवि का दृष्टिकोण किस पर केंद्रित है?
A) प्रेम
B) स्वतंत्रता
C) प्राकृतिक संबंध
D) शांति
उत्तर: C) प्राकृतिक संबंध
प्रश्न 20: कविता का मुख्य संदेश क्या है?
A) यात्रा का महत्व
B) प्राकृतिक सौंदर्य
C) आपसी संबंध और संवाद
D) समय का महत्व
उत्तर: C) आपसी संबंध और संवाद
भगवान के डाकिए कक्षा 8 एनसीईआरटी हिंदी अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1: कविता में “भगवान के डाकिए” का क्या अर्थ है?
उत्तर: “भगवान के डाकिए” का अर्थ है कि कवि पक्षियों को भगवान का संदेशवाहक मानते हैं। ये पक्षी एक महादेश से दूसरे महादेश तक संदेश और सुगंध लाते हैं, जो प्राकृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को दर्शाते हैं। कवि यह बताना चाहते हैं कि ये पक्षी जीवन के अनुभवों को साझा करते हैं और विभिन्न देशों के बीच संबंध स्थापित करते हैं।
प्रश्न 2: कविता में चिट्ठियों का प्रतीक क्या है?
उत्तर: कविता में चिट्ठियाँ प्रकृति के विभिन्न तत्वों का प्रतीक हैं, जैसे पेड़, पौधे, पानी और पहाड़। ये चिट्ठियाँ केवल संदेश नहीं, बल्कि एक देश की खुशबू और भावनाओं का आदान-प्रदान करती हैं। कवि यह दर्शाना चाहते हैं कि प्रकृति में एक अदृश्य संवाद होता है, जो जीवों को जोड़ता है।
प्रश्न 3: “सुगंध” और “भाष” के बीच का संबंध क्या है?
उत्तर: “सुगंध” और “भाष” के बीच का संबंध यह है कि दोनों तत्व एक-दूसरे के साथ मिलकर संवाद करते हैं। एक देश की धरती दूसरी देश को सुगंध भेजती है, जो हवा में तैरते हुए पक्षियों के माध्यम से यात्रा करती है। इसी तरह, “भाष” का पानी बनकर गिरना सांस्कृतिक और भावनात्मक संबंधों का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि हम एक-दूसरे से किस प्रकार जुड़ते हैं और संवाद करते हैं।
प्रश्न 4: कविता में प्रकृति का चित्रण किस प्रकार किया गया है?
उत्तर: कविता में प्रकृति का चित्रण एक जीवंत और संवादात्मक रूप में किया गया है। कवि ने पेड़, पौधे, पानी और पहाड़ जैसे प्राकृतिक तत्वों को जीवन के संदेशवाहक के रूप में प्रस्तुत किया है। इन तत्वों के माध्यम से कवि यह बताना चाहते हैं कि प्रकृति में एक अद्भुत संबंध है, जो सभी जीवों को जोड़ता है और आपसी समझ को बढ़ाता है।
प्रश्न 5: इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: कविता का मुख्य संदेश यह है कि प्रकृति के तत्व एक-दूसरे से संवाद करते हैं और जीवन के विभिन्न अनुभवों को साझा करते हैं। यह संकेत देता है कि एक देश की सुगंध और भाषा दूसरे देश तक पहुँचती है, जिससे सांस्कृतिक और भावनात्मक संबंध मजबूत होते हैं। कवि यह प्रेरणा देते हैं कि हमें प्रकृति और एक-दूसरे के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।
प्रश्न 6: कविता में “पेड़, पौधे, पानी और पहाड़” का क्या महत्व है?
उत्तर: इन चारों तत्वों का महत्व यह है कि वे प्रकृति के अभिन्न हिस्से हैं और जीवन के विभिन्न पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये न केवल प्राकृतिक सौंदर्य का हिस्सा हैं, बल्कि जीवन के विकास और संवाद में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कवि यह दिखाना चाहते हैं कि ये तत्व मिलकर एक दूसरे के साथ जुड़ते हैं और एक गहरा संदेश पहुँचाते हैं।
प्रश्न 7: कविता में “हम तो समझ नहीं पाते” की पंक्ति का क्या संकेत है?
उत्तर: इस पंक्ति से यह संकेत मिलता है कि मनुष्य अक्सर प्राकृतिक संवाद और उसके गूढ़ अर्थों को नहीं समझ पाता। जबकि प्रकृति में कई ऐसे संदेश हैं, जिन्हें हम भौतिक रूप से नहीं देख पाते, लेकिन वे हमारे जीवन में महत्वपूर्ण हैं। यह दर्शाता है कि हमें प्रकृति के प्रति अधिक जागरूक और संवेदनशील होना चाहिए।
प्रश्न 8: “एक देश का भाष दूसरे देश में पानी बनकर गिरता है” का क्या अर्थ है?
उत्तर: यह पंक्ति सांस्कृतिक और भावनात्मक आदान-प्रदान का प्रतीक है। यहाँ भाष को पानी के रूप में व्यक्त किया गया है, जो बूँदों के रूप में फैलता है। इसका अर्थ यह है कि भाषा और संवाद सीमाएँ पार कर सकते हैं और विभिन्न संस्कृतियों को जोड़ने का कार्य कर सकते हैं। यह हमें एक दूसरे के अनुभवों और भावनाओं से जोड़ता है।
प्रश्न 9: कविता में कवि ने किस तरह की यात्रा का वर्णन किया है?
उत्तर: कवि ने एक आध्यात्मिक और प्राकृतिक यात्रा का वर्णन किया है। यह यात्रा भौतिक नहीं, बल्कि संदेशों, खुशबू और संवाद के माध्यम से होती है। पक्षियों द्वारा संदेश का आदान-प्रदान करते हुए कवि यह बताना चाहते हैं कि जीवन में गहरे अर्थ होते हैं, जो हमें प्रकृति और अन्य देशों के प्रति जोड़ते हैं।
प्रश्न 10: कविता के माध्यम से कवि क्या सिखाना चाहते हैं?
उत्तर: कवि हमें यह सिखाना चाहते हैं कि हमें प्रकृति के संदेशों को समझने की कोशिश करनी चाहिए और आपसी संबंधों को महत्व देना चाहिए। वे यह दर्शाना चाहते हैं कि जीवन में संवाद केवल भाषा के माध्यम से नहीं, बल्कि प्राकृतिक तत्वों के माध्यम से भी होता है। हमें एक-दूसरे की खुशियों और दुखों को साझा करने की आवश्यकता है, ताकि हम एक सशक्त समाज बना सकें।
भगवान के डाकिए कक्षा 8 एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक बसंत प्रश्न और उत्तर
1) कवि ने पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए क्यों बताया है?
कवि ने पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए इसलिए बताया है क्योंकि ये प्राकृतिक तत्व एक महादेश से दूसरे महादेश तक संदेश पहुँचाते हैं। यह बताता है कि प्रकृति में एक अदृश्य संचार और संबंध है, जो हमें दिखाई नहीं देता, लेकिन उसके प्रभाव का अनुभव हम करते हैं। पक्षियों और बादलों के माध्यम से, विभिन्न देशों के बीच प्रेम, सद्भाव और सांस्कृतिक संवाद का आदान-प्रदान होता है।
2) पक्षी और बादल द्वारा लाई गई चिट्ठियों को कौन-कौन पढ़ पाते हैं?
पक्षी और बादल द्वारा लाई गई चिट्ठियों को पेड़, पौधे, पानी और पहाड़ पढ़ पाते हैं। ये सभी तत्व प्राकृतिक संसार का हिस्सा हैं और इस संदेश को समझने में सक्षम हैं। जबकि मनुष्य अक्सर इन संकेतों को नहीं समझ पाता, ये प्राकृतिक तत्व उनके अर्थ को ग्रहण करते हैं और उसे अपने जीवन में समाहित करते हैं।
3) किन पंक्तियों का भाव है-
(क) “पक्षी और बादल प्रेम, सद्भाव और एकता का संदेश एक देश से दूसरे देश को भेजते हैं।”
यह पंक्ति इस बात को दर्शाती है कि पक्षियों और बादलों के माध्यम से प्रकृति में एकता और प्रेम का संदेश फैलता है। वे एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर सांस्कृतिक और प्राकृतिक संवाद को बढ़ावा देते हैं।
(ख) “प्रकृति देश-देश में भेदभाव नहीं करती। एक देश से उठा बादल दूसरे देश में बरस जाता है।”
यह पंक्ति इस भावना को व्यक्त करती है कि प्रकृति में सभी जीव और तत्व एक समान हैं, और वे भेदभाव के बिना आपस में जुड़े हुए हैं। बादल जो एक देश से उठता है, वह बिना किसी भेदभाव के दूसरे देश में वर्षा करता है।
4) पक्षों और बादल की चिट्ठियों में पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ क्या पढ़ पाते हैं?
पक्षियों और बादल की चिट्ठियों में पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ जीवन की गहराईयों और प्राकृतिक संदेशों को पढ़ पाते हैं। वे इस संवाद के माध्यम से एक-दूसरे के साथ जुड़ते हैं, जैसे कि पेड़ अपनी जड़ों के माध्यम से पानी से और पहाड़ अपनी स्थिरता के साथ प्राकृतिक संतुलन बनाए रखते हैं। यह उनकी परस्पर निर्भरता और संबंधों को दर्शाता है।
5) “एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है”-कथन का भाव स्पष्ट करें।
यह कथन इस बात को स्पष्ट करता है कि एक देश की प्राकृतिक विशेषताएँ, जैसे सुगंध, दूसरे देश में पहुँचती हैं। यह सुगंध न केवल भौतिक रूप से यात्रा करती है, बल्कि यह सांस्कृतिक और प्राकृतिक आदान-प्रदान का भी प्रतीक है। इससे यह संदेश मिलता है कि पृथ्वी की हर धरती एक-दूसरे से जुड़ी हुई है और उनके बीच का संबंध हमेशा सक्रिय रहता है। यह एकता, प्रेम और सहिष्णुता का प्रतीक है, जो भौगोलिक सीमाओं को पार करता है।