Short story in hindi with moral-बहत सारे ऐसे कहानियाँ है जो बच्चों को बेहद पसंद आता है। जैसे की – cow and tiger story in hindi, lion and tiger story in hindi, cow and tiger story in hindi language. इसके अलावा बच्चों को शार्ट मोटिवेशनल स्टोरी और नैतिक कहानियां के साथ बच्चों के लिए लघु कहानियाँभी बेहद पसंद है।
Short story in hindi with moral
आज हम इस लेख में चालाक लोमड़ी और घमंडी शेर की बच्चों के लिए एक लघु कहानि लेके आये हैं। हमरा कोशिश ये है की हम ज्यादा से ज्यादा अकबर बीरबल की लघु कहानी हिंदी में, कक्षा 1 के लिए हिंदी में लघु कहानी, हिंदी में प्रेरक लघु कहानी, एकता में ताकत लघु कहानी हिंदी में, प्रेरणादायक लघु कहानी हिंदी में, नैतिक लघु कहानी हिंदी में लेके आये ताकि बच्चों बौद्धिक बिकाश हो और बच्चे कुछ नैतिक शिक्षा भी प्राप्त करसके।
Short story in hindi with moral value
चालाक लोमड़ी और घमंडी शेर-बच्चों के लिए लघु कहानियाँ
एक बार, एक विशाल जंगल में, शेरू नाम का एक शेर रहता था। वह अपनी बहादुरी तथा अपार शक्ति के लिए दूर-दूर तक जाना जाता था। जिसको बजह से शेरू के मन में अहंकार घर करगयी थी। उसकी अहंकार की कोई सीमा नहीं थी। शेरू अक्सर इस बात का घमंड करता था कि कोई भी जानवर उसकी ताकत के आगे टिक नहीं सकता।
शेरू के गुंफा से कुछ ही दूरी पर लोड़ी नाम का एक चालाक लोमड़ी रहता था। लोड़ी अपनी बुद्धि और बुद्धिमत्ता के लिए जंगल में प्रसिद्ध था। लोड़ी को शेरू के घमंड के बारे में अच्छी तरह परिचित था। शेरू का घमंड तोड़ ने के लिए लोड़ी ने एक तरकीब सोची।
एक दिन लोड़ी रात के समय शेरू के पास आया और एक धूर्त मुस्कान के साथ शेरू को बोला , मैंने सुना है कि आप पूरे जंगल में सबसे बहादुर और शक्तिशाली हैं। क्या यह सच है?”
शेरू ने अपनी छाती फुलाकर कहा, “हाँ !मैं जंगल का राजा हूं, सबसे शक्तिशाली!”
लोड़ी ने फिर से पूछा ,मैंने सुना है कि तुम्हारी दहाड़ पूरे जंगल में सुना जा सकता है। क्या यह सच है?”
शेरू ने गर्व से एक जोरदार दहाड़ लगाई, और बोलै “हाँ मेरी दहाड़ सबसे शक्तिशाली है “
फिर लोड़ी ने अपनी चालक दिमाग लगाया और शेरू को एक चुनौती का सुझाव दिया और कहा की एक प्रतियोगिता करें जिससे यह पता चल सके की वास्तव में सबसे इस जंगल में सबसे शक्तिशाली कौन है।
शेरू ने खुसी खुसी लोडी का प्रस्ताब स्वीकार करलिया क्यों की उसको पता था की वो सबसे शक्तिशाली जानवर है।
लोड़ी ने शेरू के सामने एक दौड़ का प्रस्ताव रखा, यह जानते हुए कि शेरू उससे काफी तेज़ है । पर लोड़ी को अपनी बुद्धि पर भरोसा था की वो बड़ी शेरू को अपनी बुद्धिमता से पछाड़ सकता है।
अपनी ताकत पर अहंकार रखते हुए, शेरू चुनौती के लिए सहमत हो गया। दौड़ शुरू हुई, और शेरू अपनी पूरी ताकत से अपनी मंजिल के और दौड़ा जबकि लोडी बड़ी आराम से टहलते हुए अपनी मंजिल के और जा रहथा ।
जैसे ही शेरू अपनी मंजिल पे पहुंचा, लोड़ी पहले से ही एक विजयी मुस्कान के साथ वहाँ था और शेरू का इंतज़ार कर रहा था। यह देख कर लियो हैरान हो गया, उसका घमंड चूर चूर हो गया। सब जानवर ये नज़ारा देख कर हस रहेथे और शेरू का मजाक उदा रहेथे। तब शेरू ने लोड़ी से पूछा, “तुमने मुझे कैसे हराया?
जैसे ही शेरू अपनी मंजिल पे पहुंचा, लोड़ी पहले से ही एक विजयी मुस्कान के साथ वहाँ था और शेरू का इंतज़ार कर रहा था। यह देख कर लियो हैरान हो गया, उसका घमंड चूर चूर हो गया। सब जानवर ये नज़ारा देख कर हस रहेथे और शेरू का मजाक उदा रहेथे। तब शेरू ने लोड़ी से पूछा, “तुमने मुझे कैसे हराया?
लोड़ी ने हँसते हुए सारा सच शेरू को बताया की कैसे वो अपनी बुद्धि का प्रयोग करके शक्तिशाली शेरू को पछाड़ा। लोड़ी ने बताया की वह अपनी बुद्धि का उपयोग करके पक्षियों के झुंड को उस्से अपनी मंजिल तक ले जाने के लिए मना लिया। और बड़ी आसानी से वो पक्षियों के मदत से शेरू से पहले मंजिल तक पहुँच पाया।
लियो ख़ामोशी और विनम्र के साथ लोड़ी की बात सुन रहता। अब उसे यह यकीं हो गया था की बास्तब में बुद्धि ही सबसे शक्तिशाली होती है। जिसके पास बुद्धि हे और जो बुद्धिमता से काम करता है वो हमेशा सफल होता है।
नैतिक शिक्षा -बुद्धि एक मूल्यवान संपत्ति है जो शक्तिशाली को मात दे सकती है।
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